जम्मू कश्मीर में शनिवार को शहीद हुए जयपुर जिले के सपूत की पार्थिव देह सोमवार को दिल्ली से जयपुर स्थित लुहाकना खुर्द पहुंची। थोड़ी देर में शहीद का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। वंदे मातरम और राजवीर अमर रहे के नारों के साथ शहीद की पार्थिक देह को मोक्ष स्थल तक ले जाया जा रहा है। पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी में विराटनगर तहसील के लुहाकना खुर्द का बेटा शहीद हो गया।
रविवार को सैनिक की शहादत की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधायक इंद्राज गुर्जर ने राजीव सिंह को याद करते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद ही शहादत खाली नहीं जाएगी। जयपुर ग्रामीण सांसद, विधायक शहीद के घर पहुंचे और सैनिक की शहादत को नमन करते हुए परिवार को ढांढ़स बंधाया।
शनिवार को पुंछ जिले में पाक सैनिकों की गोलीबारी का जवाब देते हुए लुहाकना खुर्द निवासी नायक राजीव सिंह शहीद हो गए। रविवार को सैनिक के शहीद होने की खबर मिलते ही क्षेत्र में शाेक की लहर दौड़ पड़ी। सैनिक के बलिदान को लेकर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़, विराटनगर विधायक इन्द्राज गुर्जर, विराटनगर थाना प्रभारी सुरेशचंद, तहसीलदार त्रिलोकचंद गुप्ता, सरपंच धर्मेंद्र मीणा सैनिक के घर पहुंचे और परिजनों को ढाढ़स बंधाया। विधायक ने श्मशान स्थल का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
चिकित्सा टीम जुटी परिजनों की देखभाल में ...
सैनिक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। सांसद एवं विधायक ने शहीद के पिता शंकरसिंह, मां पुष्पा कंवर, पत्नी उषा कंवर व 10 वर्षीय पुत्र अधिराज को ढाढ़स बंधाया। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा.सुरेशचंद व उनकी टीम परिजनों की देखभाल को लेकर जुटी रही। पत्नी बार-बार पति को याद करते हुए बेहोश हो रही थी।
2002 में हुए थे भर्ती, अगले साल था रिटायरमेंट
36 वर्षीय राजीव सिंह 2002 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव सिंह दिसम्बर माह में छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर लौटे थे। अगले साल ही उनका रिटायरमेंट था। सैनिक देगवार सेक्टर में एक अग्रिम चौकी में तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीवसिंह जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू कश्मीर में पदस्थापित हुए।